काली-पीली टैक्सी धारकों को मिला पुनःरोजगार
दो साल बाद मिली 10 नई परमिट टैक्सी : विधायक विनोद अग्रवाल के विशेष प्रयत्न
गोंदिया। (30 जुलाई) : 20 साल पुराने मॉडल के वाहनों को मोटर वाहन कानून नियमों के तहत सड़कों पर चलाने की अनुमति नहीं है। स्क्रेपिंग नीति के तहत ऐसे वाहनों को डीरजिस्टर कर दीया जाता है तथा सड़कों पर दिखाई देने पर उनपर जुर्माना व कार्रवाई की जाती है। गोंदिया शहर में ऐसे अनेक काली-पीली टेक्सी वाहन धारक रहे जो पुराने टैक्सी पर रोक लगने से नए वाहनों पर परमिट चढ़ाने को लेकर पिछले दो साल से आरटीओ कार्यालय के चक्कर काट रहे थे। पर उनका परमिट व अन्य दस्तावेजी कार्रवाई नही हो पा रही थी।
इस मामले पर काली-पीली टेक्सी वाहन धारकों ने क्षेत्र के विधायक विनोद अग्रवाल से भेंट कर परमिट के मामले को लेकर ये मामला संज्ञान में लाया था और अपने आर्थिक स्थिति के साथ ही रोजगार को पुनः पटरी पर लाने सहयोग की मांग की थी।
विधायक विनोद अग्रवाल ने काली-पीली वाहन चलाकर अपने परिवार का उदर निर्वाह करने व आम नागरिक यात्रियों को सहूलियत प्रदान करने वाले टैक्सी चालकों की समस्या का संज्ञान लेकर जिलाधिकारी गोंदिया व आरटीओ गोंदिया के अधिकारियों को ये मामला संज्ञान में लाकर नई गाड़ियों में पुराने परमिट को चढ़ाने की प्रक्रिया पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर उन्हें पुनः रोजगार देने की अपील की थी। जिस पर प्रशासकीय स्तर पर वाहन चालकों के पुराने परमिट के कार्य को तेजगति देकर 10 नए वाहन को परमिट प्रदान किया गया। 30 जुलाई को सभी 10 काली पीली टैक्सी वाहन चालकों ने नई परमिट टैक्सी विधायक कार्यालय में लाकर व विधायक विनोद अग्रवाल के हस्ते रीबीन कटवाकर नए कार्य की शुरुआत की और उनका हृदय से आभार माना। इस दौरान काली-पीली टैक्सी चालकों में शकील खान पठान, यूनुस खान, संजय लिल्हारे, रामेश्वर तिड़के, रमजान सौदागर, श्री दखने, जगदीश मेश्राम, साबिर शेख और कमल लिल्हारे का समावेश रहा।